Ranchi news: झारखंड के साथ कई राज्यों में मतदाता सूची का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) एक साथ होने वाला है। इसकी तैयारी तेज हो गई है, और नवंबर में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) इसकी आधिकारिक घोषणा कर सकता है।
सभी राज्यों के चीफ इलेक्शन ऑफिसर्स (CEO) के साथ दो दिनों तक चली मीटिंग में इस मुद्दे पर जमकर डिस्कस हुआ।
ECI का सख्त निर्देश
गुरुवार को ECI ने सभी CEO को लेटर भेजा है कि अपने राज्यों और UTs में SIR की फाइनल तैयारी पूरी कर लें। झारखंड में तो ये काम लगभग हो गया है। सितंबर तक सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों के वोटिंग सेंटर्स का रेशनलाइजेशन कंपलीट हो चुका है।
साथ ही, 2003 की पुरानी वोटर लिस्ट से करंट लिस्ट का मैचिंग भी फाइनल हो गया। चीफ इलेक्शन ऑफिसर (CEO) ने ERO, AERO और डिप्टी इलेक्शन ऑफिसर्स को ट्रेनिंग दी, जिन्होंने अपने लेवल पर कंप्यूटर ऑपरेटर्स और BLOs को डिस्ट्रिक्ट्स में तैयार किया।
अगले दो दिनों में CEO की मीटिंग
CEO अगले दो दिनों में सभी जिलों के रिलेटेड ऑफिसर्स के साथ मीटिंग करेंगे। इसमें ECI के लेटेस्ट गाइडलाइंस शेयर करेंगे और SIR से पहले सब कुछ परफेक्ट रखने का ऑर्डर देंगे।
झारखंड में घाटशिला उपचुनाव से पहले लोकल वोटर रिव्यू हो चुका है, जबकि बिहार में SIR पहले ही कंपलीट हो गया था।
क्यों जरूरी है SIR?
SIR से वोटर लिस्ट को क्लीन-अप मिलेगा-डुप्लिकेट एंट्रीज हटेंगी, नए वोटर्स ऐड होंगे। ECI का मकसद है कि अगले इलेक्शन में कोई गड़बड़ी न हो।
झारखंड में 2.8 करोड़ वोटर्स हैं, तो ये प्रोसेस क्रूशियल है। CEO ने कहा कि ट्रेनिंग और रेशनलाइजेशन से ग्राउंड लेवल पर सब रेडी है।


