हेल्थ

… तो इसलिए सुन्न हो जाती हैं अचानक आपकी उंगलियां, हो जाएं सावधान ; जानें कुछ घरेलू उपाय

Numbness In Fingers: अचानक से हाथ और पैरों के उंगलियों में जलन, गुदगुदी या सुन्न महसूस करना Carpal Tunnel Syndrome के लक्षण होते हैं।
इसे ऑक्यूपेशनल हजार्ड नाम से भी जाना जाता है। कभी कभी शरीर में Vitamin B6 की कमी, ऑर्थराइटिस, प्रेग्‍नेंट महिला, लेबर और शराब का अधिक सेवन करने वाले लोगों को इस सिंड्रोम का खतरा होता है।
Suddenly fingers become numb, may be a sign of these diseases

Carpal Tunnel Syndrome

Healthline के अनुसार Carpal Tunnel Syndrome एक सामान्‍य समस्‍या है। इस समस्‍या में उंगलियां सुन्न होना, झनझनाहट, कलाई में दर्द और कमजोरी का सामना करना पड़ता है। Carpal Tunnel Syndrome एक नैरो पैसेजवे है, जो कलाई के बीच से होकर गुजरता है। इसके बीच में एक नर्व होती है जो अंगूठे और उंगलियों में फीलिंग्‍स महसूस कराती है।
जब हाथों पर किसी प्रकार का दबाव पड़ता है तब Carpal Tunnel Syndrome की समस्‍या होने लगती है। लैपटॉप पर ज्‍यादा देर तक और मजदूरी करने वाले लोगों को ये समस्‍या अधिक होती है। कई बार हाथों में दबाव इतना बढ़ जाता है कि सर्जरी तक करवानी पड़ जाती है।
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Diabetes

जिन लोगों को डायबिटीज है उन्‍हें कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्‍या हो सकती है। बॉडी में जब शुगर लेवल हाई हो जाता है तब हाथों में झुनझुनी और सुन्न होने की समस्या हो जाती है। डायबिटीज में हाथ-पैरों में जलन, कमजोरी और दर्द की समस्‍या हो सकती है।
Suddenly fingers become numb, may be a sign of these diseases

अधिक शराब का सेवन

शराब का सेवन करने से बॉडी की कई नर्व डैमेज हो जाती हैं जिस वजह से उंगलियां सुन्‍न हो सकती हैं। शराब का अधिक सेवन मस्तिष्‍क की सेल्‍स पर भी बुरा प्रभाव डालता है जो आगे चलकर ब्रेन ट्यूमर का कारण भी बन सकता है।
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Arthritis

Arthritis में जॉइंट्स और बॉडी में सूजन आ जाती है। सूजन की वजह से हाथ व पैर की कई नर्व पर दबाव पड़ने लगता है। यही दबाव सुन्‍नपन और दर्द को बढ़ावा देता है।
Suddenly fingers become numb, may be a sign of these diseases
ऑर्थराइटिस में बॉडी मूवमेंट भी काफी कम हो जाता है जिस वजह से Body में ब्‍लड सर्कुलेशन कम होने लगता है। सेल्‍स में प्रॉपर ब्‍लड न पहुंचने की वजह से हाथ व पैरों में सुन्‍नपन महसूस होता है।

स्ट्रोक के संकेत

बाजू का सुन्न पड़ना व झनझनाहट होना स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं। इसके साथ ही धुंधला दिखना, ढंग से बोल या सोच न पाना व मुंह टेढ़ा होना, स्ट्रोक के लक्षण होते हैं।

टारसल टनल सिंड्रोम

टारसल टनल पैर के भीतरी भाग में टखने की हड्डी के पास होती है। यह समस्या विशेषतौर पर गर्भवती महिलाओं (Pregnant women) में ज्यादा पायी जाती है। वहीं जिनके पैर का तलवा फ्लैट होता है, उनमें भी इस नस पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे पैर में दर्द, झनझनाहट एवं भारीपन का एहसास होता है।

गर्दन या कमर की नस दबना

गर्दन से बाजू में या फिर कमर से पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन का एक कारण गर्दन या कमर की नस दबना भी हो सकता है। ऐसा चोट लगने, गलत पॉस्टर में उठने-बैठने व गठिया आदि के कारण हो सकता है।

जानें कुछ घरेलू उपाय

गुनगुने पानी से इलाज

सुन्न पड़ गए अंग को थोड़ी देर हल्के गुनगुने पानी में भिंगोये। इसे करीब 5-10 मिनट तक पानी में डालकर रखें। तुरंत राहत मिलेगी।

हल्दी वाले दूध से इलाज

हल्दी-दूध में एंटी-ऑक्सीडेंट (Anti-Oxidants in Turmeric-Milk) की मात्रा होती है जो ब्लड को बॉडी में सर्कुलेट करने में मदद करती है। जिसके कारण नसों में हमेशा प्रवाह होते रहता है।

दालचीनी

दालचीनी में भारी मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो शरीर में बल्ड फ्लो को बढ़ाते हैं। जिससे अंगों के सुन्न होने की संभावना कम हो जाती है। गुनगुने दूध में 1 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रोजाना पीएं। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल व एंटीबायोटिक गण भी ब्लड सर्कुलेशन सही रखते हैं।

मसाज भी अच्छा उपाय है

शरीर का मसाज आज से नहीं सदियों से लोग करवाते आ रहे हैं। इससे सिर्फ थकान से ही नहीं बल्कि इन छोटी-मोटी कई रोगों से मुक्ति मिलती है। इस तरीके से भी शरीर में रक्त प्रवाह सुचारू ढ़ंग से होता है।

योग करना फायदेमंद

कई ऐसे योग हैं जो रक्त को शरीर में प्रवाह करवाने में मददगार है. इन योगों को नियमित रूप से प्रतिदिन करना लाभकारी हो सकता है।

डाइट सही होना जरूरी

पौष्टिक भोजन हमारे शरीर को कई रोगों से बचाते हैं। ज्यादातर अंग के सुन्न होने की समस्या विटामिन बी व डी कम्पलैक्स, मैग्नीशियम, रिच प्रोटीन, आयरन (Vitamin B and D Complex, Magnesium, Rich Protein, Iron) के कारण होता है। ऐसे में जिन फूड्स में ऐसे तत्व पाएं जाते हैं उसका सेवन करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर मूंगफली, मछली, दालचीनी, लहसुन, डार्क चाकलेट, केला, सोयाबीन (Peanuts, Fish, Cinnamon, Garlic, Dark Chocolate, Banana, Soybean) समेत अन्य आहारों का सेवन कर सकते है। और पानी की मात्रा भी शरीर में सही होना चाहिए।

मैग्‍नीशियम का करें सेवन

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां, मेवे, बीज, ओटमील, पीनट बटर, ठंडे पानी की मछलियां, सोया बीन, अवाकाडो, केला, डार्क चॉकलेट और लो फैट दही आदि खानी चाहिये। आप रोजाना मैग्‍नीशियम 350 एम जी की सप्‍पलीमेंट भी ले सकती हैं। पर इस बारे में डॉक्‍टर से जरुर बात कर लें।

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