झारखंड

दूल्हा हो तो ऐसा! घायल होने के बावजूद एंबुलेंस पर पहुंचा बारात, स्ट्रेचर पर पड़े-पड़े दुल्हन की मांग में भरा सिंदूर

उसका कूल्हा खिसक जाता है। उसमें फ्रैक्चर (Fracture) आ जाता है, इसलिए वह चलने फिरने की स्थिति में नहीं होता है

गढ़वा : जिस युवक का तिलक 23 जून को और शादी 25 जून को थी, दुर्भाग्य से 22 जून को उसका एक्सीडेंट (Accident) हो जाता है और वह बुरी तरह जख्मी हो जाता है।

उसका कूल्हा खिसक जाता है। उसमें फ्रैक्चर (Fracture) आ जाता है, इसलिए वह चलने फिरने की स्थिति में नहीं होता है।

उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। उसका इलाज चलते रहता है।

इस बीच शादी की तारीख को बढ़ाने की बात कही जाती है तो वह अड़ जाता है।

समय पर ही तिलक और शादी की सारी रस्में पूरी होती हैं। इसके बाद फिर दूल्हा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हो जाता है।

वाकई यह दूल्हे के साहस को सराहने का मौका है।

मामला गढ़वा जिले के कांडी थाना (Kandi Police Station) क्षेत्र के बेलोपाती गांव का है।

एंबुलेंस से दुल्हन के घर पहुंचा दूल्हा

बताया जाता है कि बेलोपाती गांव के रहने वाले सुदर्शन मिश्र के बेटे चंद्रेश मिश्र की शादी पलामू जिला के चैनपुर प्रखंड (Chainpur Block) अंतर्गत पनेरीबांध गांव निवासी मिथिलेश मिश्र की बेटी प्रेरणा के साथ 25 जून को तय हुई थी।

शादी संबंधी खरीदारी के दौरान कार हादसे में वह बुरी तरह जख्मी हो गया।

इसके बावजूद चंद्रेश एंबुलेंस में अपनी दुल्हन को ब्याहने पहुंचा। स्ट्रेचर पर लेट कर शादी की रस्में निभाई।

स्ट्रेचर पर दुल्हन ने दूल्हे को वरमाला पहनाई

23 जून को 4 लोगो का सहारा लेकर उसने तिलक समारोह में भाग लिया।

इसी तरह 25 जून को एक एंबुलेंस मंगाकर दूल्हा उसी से बारात गया।

विवाह के मुहूर्त पर एंबुलेंस से स्ट्रेचर पर उठाकर दूल्हे को विवाह मंडप तक ले जाया गया।

स्ट्रेचर पर ही दुल्हन ने दूल्हे को वरमाला पहनाई।

संक्षिप्त कर्मकांड के बाद दर्द से परेशान दूल्हा चंद्रेश ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरने की रस्म अदा की।

शादी के बाद उसे फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।

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