‘दिया हुआ कर्ज वापस करो’, सदाबहार दोस्त चीन ने कंगाल पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, क्या फिर होगी बत्ती गुल?
इस्लामाबाद: चीन (China) को पाकिस्तान (Pakistan) का ‘अच्छा’ दोस्त कहा जाता है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) में दावा किया गया है कि आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान की चीन ने मदद की है।
लेकिन अब इन दोनों देशों की दोस्ती पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पैसों की कमी से जूझ रहे Pakistan से चीन से कर्ज तो लिया, लेकिन अब चुकाने में उसे परेशानी हो रही है।
आर्थिक संकट से गुजर रहा पाकिस्तान
The Nation की रिपोर्ट के मुताबिक बकाया राशि का भुगतान नहीं करने पर चीन की कंपनियों ने पाकिस्तान में काम बंद करने की खुलेआम चेतावनी दे दी है।
जानकारों का मानना है कि चीन के इस कदम से पाकिस्तान के साथ उसकी दोस्ती खरते में आ सकती है।
पाकिस्तान काफी समय से आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसका असर चीन-पाकिस्तान (China-Pakistan) आर्थिक गलियारे पर भी पड़ रहा है।
जानिए चीन की कंपनी ने क्या कहा ?
पाकिस्तान में माइनिंग का काम कर रही एक चीन की कंपनी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान की सरकार ने बकाए पैसे का भुगतान नहीं किया तो Production में कटौती करने पड़ सकती है।
यह कंपनी बिजली संयंत्रों को कोयला प्रदान करती है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान पर चीनी कंपनी का 60 Million Dollars का बकाया है।
पाकिस्तान में छा सकता है अंधेरा
रिपोर्ट के मुताबिक बकाया राशि का भुगतान न करने की स्थिति में बिजली संयंत्रों में की जाने वाली कोयली की सप्लाई पर कटौती की जा सकती है।
अगर हालत ऐसे ही रहे तो इस तपती गर्मी में पाकिस्तान को लोगों को बड़ी बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।
चीन की कंपनी ने खुले तौर पर पाकिस्तान की सरकार (Government of Pakistan) को धमकी दी है कि अगर बकाया नहीं चुकाया गया तो कोयले की सप्लाई को कम कर दिया जाएगा।
कंपनी ने दावा किया है कि उसके पिछले साल से भुगतान नहीं किया गया है।
पाकिस्तान में कोयले की कमी
मीडिया रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान के पास अगले कुछ महीनों की जरूरत के मुताबिक कोयला मौजूद है।
लेकिन अगर चीन की कंपनी ने सख्त कदम उठाए तो पाक के सामने बड़ा संकट पैदा हो सकता है।
मालूम हो कि Pakistan को पिछले साल भी भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ा था।
जानकारों का मानना है कि Pakistan की आर्थिक स्थिति के कारण उसके पास विदेश भंडार की काफी कमी है।
ऐसे में आने वाले दिनों में भी उसके कर्ज चुकाने की संभावना काफी कम है।