Review Meeting of Jharkhand BJP: प्रदेश भाजपा शनिवार से हार के कारणों की समीक्षा में जुट गई है। यह सिलसिला रविवार तक जारी रहेगा। हार के कारणों में अंदरूनी कलह और भीतरघात (Infighting and Infighting) की बातें सामने आई हैं।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय के अलावा भाजपा के सभी प्रत्याशी एवं सभी जिला अध्यक्ष मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार, समीक्षा बैठक में भाजपा उम्मीदवारों ने हार की वजह बताई। कई उम्मीदवारों ने कहा कि मंईयां योजना के प्रति जनता का आकर्षण रहा।
अंतिम समय में मंईयां योजना (Mainiyaan Yojana) के तहत राशि बांटी गई। कई उम्मीदवारों ने चुनाव के दौरान हुई खामिय़ों पर भी जमकर भड़ास निकाली। अंदरूनी कलह को प्रमुख कारण बताय़ा गया।
कई उम्मीदवारों ने कहा कि हमें फिर से संगठन के कार्यों में लगे रहना है। हारे हुए उम्मीदवारों से वन टू वन फीडबैक भी लिया गया, जिससे पार्टी यह भी पता करेगी कि कहां चूक हुई।
कहां मिस मैनेजमेंट हुआ। सांगठनिक स्तर पर भी चूक के कारणों का पता लगाया जाएगा। समीक्षा बैठक पूरी होने के बाद जो बातें सामने निकल कर आएंगे, उसे आलाकमान को अवगत कराया जाएगा। इसकी रिर्पोट सौंपी जाएगी।
झारखंड में दो दिन की बैठक के बाद तीन दिसंबर को दिल्ली में बैठक होगी। यह बैठक कई मायनों में अहम होगा। इसी बैठक में हार के कारणों की रिर्पोट सौंपी जाएगी। इसके आधार पर संगठन के आगे की रूप-रेखा तय की जाएगी।
किस उम्मीदवार ने क्या कहा
-भानू प्रताप शाही ने कहा कि विरोधियों की गोलबंदी की वजह से हार हुई। चुनाव के दौरान सत्ताधारी नेताओं ने जमकर पैसे बांटे।
-नारायण दास ने कहा कि मुझे अपनों ने लूटा।
-निर्भय शाहाबादी ने कहा कि मेरे साथ भीतरघात हुआ।
– लोबिन हेंब्रम ने कहा कि चुनाव के वक्त मेरी तस्वीर में तीर-धुनष लगा पोस्ट वायरल हुआ, जिससे हार हुई।