झारखंड

झारखंड में यहां ‘दबंग’ पारा शिक्षक की वजह से विद्यालय बना ‘राजनीति का अखाड़ा’

गढ़वा: जिले के एक स्कूल के बच्चों ने स्कूल प्रबंधन (School Management) पर कई गंभीर आरोप लगाए है। इस मामले को लेकर बच्चों के अभिभावकों (Parents) में रोष व्याप्त है।

बच्चों को कहना है कि स्कूल में भारी अनियमितता बरती जा रही है। लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मामला मझिआंव प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय रामपुर (Government Middle School Rampur) का है।

जहां के करीब दस विद्यार्थियों ने प्रखंड कार्यालय के साथ-साथ DC से स्कूल में बरती जा रही अनियमितता की शिकायत की है। बच्चों ने खुद को Teachers द्वारा अपमानित करने का भी आरोप लगाया है।

Mid Day Meal में अनियमितता की शिकायत

विद्यार्थियों ने दिए आवेदन में कहा है कि Menu के अनुसार स्कूल में खाना नहीं दिया जाता है। विद्यालय के सभी शिक्षक स्थानीय हैं, जो हाजिरी बनाकर घर चल जाते हैं तथा पढ़ाने के लिये कहने पर गदहा, भेंडा एवं जाति सूचक शब्द कह कर अपमानित करते हैं।

उन्हें सरकार की ओर से मिलनेवाली प्रतिपूर्ति की राशि भी नहीं दी गयी है विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने के कारण छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।

इस संबंध में पूछने पर प्रधानाध्यापक रघुनाथ पांडेय ने छात्रों द्वारा लगाये गये सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि Menu के अनुसार ही छात्रों को भोजन दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में 80 प्रतिशत उपस्थिति वाले सभी छात्रों को जून माह में ही प्रतिपूर्ति राशि दे दी गयी है।

दबंगई करने का भी शिक्षकों पर लगा आरोप

पांडेय ने कहा कि रामपुर मध्य विद्यालय के Para Teacher काफी दबंग हैं और पिछले 18 वर्षों से इसी विद्यालय में जमे हैं। वे हाजिरी बना कर अपने घर काम करने चले जाते हैं तथा छुट्टी होने से पहले विद्यालय आ जाते हैं।

मारपीट करने का भी आरोप

उन्होंने कहा कि जब वे उन Para Teacher को पढ़ाने के लिए कहते हैं, तो वे गाली गलौज कर मारपीट करने पर उतर जाते हैं। उनके साथ शिक्षकों द्वारा कई बार मारपीट भी की गयी है।

इसके बाद उन्होंने थाना में FIR भी दर्ज करायी है। उन्होंने आरोप लगाया कि Para Teacher के कारण विद्यालय पढ़ाई के जगह पर राजनीति का अखाड़ा बन गया है।

जून माह की दी गई है प्रतिपूर्ति

रघुनाथ पांडे ने कहा कि विद्यालय menu के अनुसार छात्रों को भोजन दिया जाता है। 80% उपस्थिति वाले सभी छात्रों को जून माह में ही प्रतिपूर्ति (Reimbursement) की राशि दे दी गई।

उन्होंने कहा कि स्कूल में आसपास के गांव के सभी पारा शिक्षक (Para Teacher) दबंग हैं। पिछले 18 वर्षों से इसी स्कूल में जमे हैं और हाजिरी बना कर अपने घर चले जाते हैं।

छुट्टी होने से पहले विद्यालय में आ जाते हैं। वे पारा शिक्षकों को पढ़ाने के लिए कहते हैं तो वे गाली गलौज कर मारपीट करने पर उतर जाते हैं। उनके साथ शिक्षकों द्वारा कई बार मारपीट भी की गई है। जिसके बाद उन्होंने थाना में FIR भी दर्ज कराई है।

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