HomeUncategorizedडायनेमिक वेबसाइट के लोकलाइजेशन में कारगर है रेवरी का अनुवादक 2.0

डायनेमिक वेबसाइट के लोकलाइजेशन में कारगर है रेवरी का अनुवादक 2.0

Published on

spot_img
spot_img
spot_img

बेंगलुरू: रेवरी लैंग्वेज टेक्नोलॉजीज का अनुवादक 2.0 डायनेमिक वेबसाइट के लोकलाइजेशन में काफी कारगर है।

अनुवादक एक बहुभाषी वेबसाइट प्रबंधन प्लेटफॉर्म है जो किसी भी भाषा में वेबसाइट को स्थानीयकृत करने, उसकी होस्टिंग करने, उसे पब्लिश करने और लॉन्च करने की प्रक्रिया को सरल बनाता है।।

रेवरी ने बीते साल जून में अनुवादक का पहला वर्जन लॉन्च किया था।

यह वेबसाइट के स्थानीयकरण (लोकलाइजेशन) में लगने वाले समय को 40 फीसदी तक और स्थानीयकरण एवं कंटेंट के प्रबंधन में लगने वाली लागत को 60 फीसदी तक कम कर सकता है।

रेवरी लैंग्वेज टेक्नोलॉजीज के सी.ई.ओ., अरविंद पाणि ने कहा, जैसा कि हम लोकल फॉर वोकल पर जोर देते हैं, यह आवश्यक है कि व्यवसायों और सरकारों को भारत के सभी हिस्सों तक पहुंचने के लिए सही टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराई जाए।

अनुवादक के साथ भारतीय-भाषा इंटरनेट को संभावित 53.6 करोड़ उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाया जा सकता है।

अनुवादक जैसे प्लेटफॉर्म के साथ एक समावेशी डिजिटल भारत का निर्माण किया जा सकता है।

परंपरागत तरीकों से, भारतीय भाषाओं में डायनेमिक वेबसाइट के स्थानीयकरण और कंटेंट के प्रबंधन में पांच प्रक्रियाएं शामिल हैं जिन्हें मैन्युअल रूप से किए जाने पर समय की बहुत अधिक खपत होती है।

पहली प्रक्रिया है, अंग्रेजी सोर्स वेबसाइट से स्टैटिक अंग्रेजी कंटेंट निकालना। दूसरा पूरे अंग्रेजी कंटेंट को स्प्रेडशीट में मेन्टेन करना, जिन्हें दूसरी भाषा में परिवर्तित करने की आवश्यकता है।

इसके बाद विभिन्न सर्वरों पर प्रत्येक भारतीय भाषा में वेबसाइट को डिप्लॉय करना शामिल है।

चौथे क्रम पर वेबसाइट को होस्ट करने के बाद, प्रत्येक वेबसाइट पर स्थानीयकृत किए गए कंटेंट को अपडेट करना शामिल है। इसके बाद डेटाबेस या बैकएंड से प्राप्त होने वाले सभी कंटेंट को मैन्युअल रूप से स्थानीयकृत करना होता है। पांचवीं प्रक्रिया के तहत इन बहुभाषी वेबसाइटों के साथ लाइव जाना और प्रत्येक वेबसाइट के लिए व्यक्तिगत रूप से एस.ई.ओ. को मैनेज करना होता है।

सोर्स अंग्रेजी वेबसाइट में कोई भी बदलाव करने के लिए, आपको दोबारा उसी लंबी प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा।

लेकिन अनुवादक एक प्लेटफॉर्म के रूप में, स्थानीय वेबसाइट के लिए कंटेंट के अनुवाद, उसकी होस्टिंग और स्केलिंग जैसे कार्यों को ऑटोमेट करता है।

स्थानीयकृत कंटेंट और वेबसाइट का प्रबंधन एवं कार्य प्रगति को ट्रैक करना, एक डैशबोर्ड से बहुत आसान हो जाता है। यह न केवल आपके समय को बचाता है बल्कि आपकी लागत भी बहुत कम करता है।

रेवरी के अनुवादक 2.0 के साथ, ईकॉमर्स साइट जैसी डायनेमिक वेबसाइटों पर संपूर्ण उपयोगकर्ता यात्रा को अब स्थानीयकृत किया जा सकता है।

इसके साथ ए.आई.-सक्षम अनुवाद प्लेटफॉर्म के साथ एकीकरण की क्षमता, भारतीय भाषाओं में वेबसाइट के कंटेंट के अनुवाद में परंपरागत रूप से लगने वाले समय को एक तिहाई तक कम कर देता है।

साथ ही रेवरी के इंडिक फॉन्ट के साथ, अनुवाद किया गया कंटेंट दिखने में अधिक आकर्षक लगता है।

इसके अलावा नई भाषाओं में कंटेंट को लॉन्च करने के लिए कोडिंग की आवश्यकता न होने के कारण, अनुवादक आई.टी. टीम पर निर्भरता को कम करता है।

यही नहीं, अनुवादक स्थानीयकृत वेबपेज के लिए एस.ई.ओ. को सपोर्ट करता है, और इसके लिए आपको किसी और प्लग-इन की आवश्यकता नहीं पड़ती जिसका अर्थ है कि जितने ज्यादा भारतीय अपनी भाषा में कंटेंट खोजेंगे, कंपनी की स्थानीकृत वेबसाइट सर्च क्वैरी में दिखनी शुरू हो जाएगी।

और तो और ई-कॉमर्स साइट, सोशल मीडिया फीड, रियल-टाइम न्यूज फीड, स्टॉक अपडेट जैसी डायनेमिक कंटेंट वाली वेबसाइट्स का स्थानीयकरण, अब संभव है।

जब कोई साइट या पेज लोड होगा, तो नया कंटेंट भी उसी के अनुसार स्थानीयकृत हो जाएगा।

इस प्रकार के स्थानीयकरण को अपनाना आसान है, यह बिना सर्वर कॉल पर निर्भर हुए, ब्राउजर की तरफ से होता है, जिसका अर्थ है कि अब व्यवसायों के लिए बहुभाषी होना पहले से कहीं अधिक तेज और सरल हो गया है।

अब कस्टम-टाइमलाइन के साथ भाषा के अनुसार, गहराई से विश्लेषण भी उपलब्ध है।

spot_img

Latest articles

जिला अदालत भवन निर्माण पर हाईकोर्ट सख्त, मांगी पूरी रिपोर्ट

High Court Strict on Construction of District court Building : राज्य की जिला अदालतों...

पलामू में आधुनिक पुलिस व्यवस्था की ओर बड़ा कदम, बनेगा 6 मंजिला बहुउद्देश्यीय पुलिस भवन

Major step Towards Modern Policing in Palamu: पलामू जिले में पुलिस व्यवस्था को और...

स्मार्ट मीटर में बैलेंस नेगेटिव होते ही कट रही बिजली, रांची में हजारों कनेक्शन बंद

Electricity Department Tightens Rules : रांची में स्मार्ट मीटर वाले बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Consumers)...

खबरें और भी हैं...