Ranchi RIMS News: RIMS निदेशक प्रो. (डॉ.) राजकुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को CSSD और लांड्री के लंबित बिल भुगतान को लेकर बैठक हुई। निदेशक ने भुगतान में देरी के कारणों की जांच की और पांच दिनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
साथ ही, उन्होंने तीन दिनों के भीतर एजेंसी का लंबित भुगतान पूरा करने के आदेश दिए।
एजेंसी ने नहीं किया समझौते का पालन
RIMS में CSSD और लांड्री सेवाएं बाहरी एजेंसी मेडीलैब प्रदान करती है। निविदा शर्तों के अनुसार, भुगतान में देरी होने पर भी एजेंसी को कर्मचारियों का वेतन देना है, लेकिन मेडीलैब ने इसका पालन नहीं किया।
कुछ बिल भी एजेंसी ने देरी से जमा किए, जिसके लिए रिम्स प्रबंधन ने स्पष्टीकरण मांगा था।
कर्मचारियों की शिकायत पर कार्रवाई
चिकित्सा उपाधीक्षक ने एजेंसी के कर्मचारियों से बात की, जिन्होंने बताया कि ठेकेदार रिम्स नहीं आता और सुपरवाइजर समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा।
चिकित्सा अधीक्षक और उपाधीक्षक की मध्यस्थता के बाद एजेंसी ने एक सप्ताह में लंबित वेतन देने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे और सेवाएं बहाल हुईं।
ठेकेदार पर FIR की चेतावनी
निदेशक डॉ. राजकुमार ने भुगतान में देरी की फाइल प्रक्रिया की जांच के लिए पांच दिन का समय दिया।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ठेकेदार की गलती पाई गई, तो अनिवार्य सेवाएं बाधित करने और निविदा शर्तों के उल्लंघन पर उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।