Iran-Israel ceasefire: ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अरागची ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल और ईरान के बीच 12 दिन के युद्ध को खत्म करने के लिए युद्धविराम पर सहमति बन गई है।
अरागची ने X पर लिखा, “अभी तक कोई युद्धविराम समझौता नहीं हुआ है। अगर इजरायल सुबह 4 बजे (तेहरान समय) तक अपने गैरकानूनी हमले रोक दे, तो ईरान भी जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा।” हालांकि, इसके कुछ ही मिनट बाद अरागची ने एक और पोस्ट में कहा कि ईरानी सेना ने 4 बजे तक इजरायल को “सजा देने” की कार्रवाई जारी रखी और अब वह रुक गई है।
इजरायली सेना के दिशानिर्देश
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने नागरिकों के लिए मौजूदा सुरक्षा दिशानिर्देशों में किसी भी बदलाव से इनकार किया है। IDF ने बयान जारी कर कहा, “लोगों को केवल आधिकारिक चैनलों जैसे होम फ्रंट कमांड से मिली सूचनाओं पर भरोसा करना चाहिए। स्कूल, दफ्तर बंद रहेंगे, और सामूहिक सभाओं पर रोक रहेगी।”
सेना ने नागरिकों से सतर्क रहने और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की। मंगलवार सुबह इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमलों में बे’र शेवा में एक रिहायशी इमारत को नुकसान पहुंचा, जिसमें 4 लोगों की मौत और 22 लोग घायल हुए।
कतर की मध्यस्थता
CNN के हवाले से एक राजनयिक सूत्र ने बताया कि कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने ईरान के साथ फोन पर बातचीत कर अमेरिकी युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए राजी किया। यह मध्यस्थता तब हुई, जब ईरान ने कतर के अल उदेद एयर बेस पर जवाबी हमला किया, जहां अमेरिकी सैन्य अड्डा है।
ट्रंप ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से इस समझौते के लिए अपील की थी। हालांकि, न तो इजरायल ने और न ही ईरान ने इस युद्धविराम की आधिकारिक पुष्टि की है।
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल के प्रवास मामलों के मंत्री अमीचाई चिकली ने युद्धविराम की पुष्टि करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति ट्रंप का यह फैसला इतिहास में विश्वास, साहस और नैतिकता के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा।”
हालांकि, नेतन्याहू के कार्यालय ने युद्धविराम पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। इजरायली रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने मंगलवार को तेहरान पर नए सैन्य हमले का आदेश दिया, यह दावा करते हुए कि ईरान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया। ईरान ने इन आरोपों से इनकार किया।
ईरान का रुख और खामनेई की चेतावनी
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने अल उदेद बेस पर हमले को जायज ठहराते हुए कहा, “हमने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। ईरान किसी के सामने नहीं झुकेगा और ज्यादती बर्दाश्त नहीं करेगा।” ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक 400 से ज्यादा लोग मारे गए और 3,500 घायल हुए हैं।
पाकिस्तान का डबल गेम?
इस बीच, ईरानी सूत्रों ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने 13 जून को मारे गए ईरानी कमांडर मोहम्मद हुसैन बकरी की लोकेशन इजरायल और अमेरिका के साथ साझा की। एक GPS ट्रैकर वाली स्मार्टवॉच के जरिए उनकी लोकेशन ट्रैक की गई। हालांकि, पाकिस्तान ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। यह दावा क्षेत्रीय तनाव को और जटिल बना सकता है।