New Delhi News: भारत और अमेरिका के बीच बहुप्रतीक्षित ट्रेड डील को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। व्हाइट हाउस ने संकेत दिए हैं कि दोनों देश इस डील को अंतिम रूप देने के करीब हैं और अगले हफ्ते इसका ऐलान हो सकता है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हमारा बेहद रणनीतिक सहयोगी है। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, और यह रिश्ता आगे भी मजबूत रहेगा।”
लेविट ने यह बयान ANI के उस सवाल के जवाब में दिया, जिसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और भारत-अमेरिका ट्रेड डील की प्रगति के बारे में पूछा गया था। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले हफ्ते कहा था कि हम भारत के साथ ट्रेड डील के बहुत करीब हैं, और यह बात अब भी सच है। मैंने अभी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक से इस बारे में बात की, जो ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति के साथ थे। वे इन समझौतों को अंतिम रूप दे रहे हैं। जल्द ही आप राष्ट्रपति और उनकी ट्रेड टीम से भारत के साथ डील पर अपडेट सुनेंगे।”
यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर क्वाड (QUAD) विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका में हैं। जयशंकर ने सोमवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘द ह्यूमन कॉस्ट ऑफ टेररिज्म’ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जो राज्य प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक जागरूकता बढ़ाने का भारत का प्रयास है।
ट्रेड डील की प्रगति
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत जून 2025 से तेज हो गई है, ताकि 9 जुलाई से शुरू होने वाली अमेरिकी टैरिफ नीति से पहले एक अंतरिम समझौता हो सके। भारतीय प्रतिनिधिमंडल, जिसका नेतृत्व वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल कर रहे हैं, ने हाल ही में वाशिंगटन में दो दिन की बैठक की। इस डील का लक्ष्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 210 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है।
भारत ने अमेरिका से सभी मौजूदा और आगामी टैरिफ, खासकर 26% टैरिफ (10% पहले से लागू और 16% अतिरिक्त 9 जुलाई से लागू होने वाला), रद्द करने की मांग की है। दूसरी ओर, अमेरिका भारत से कृषि, डेयरी, स्टील और ऑटो पार्ट्स पर टैरिफ कम करने और मल्टी-ब्रांड रिटेल में FDI नियमों में ढील देने की मांग कर रहा है। विदेश मंत्री जयशंकर ने न्यूजवीक को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “हम एक जटिल ट्रेड वार्ता के बीच में हैं, और मुझे उम्मीद है कि हम इसे जल्द सफलतापूर्वक पूरा करेंगे। यह एक देना-लेना की प्रक्रिया है। अगले कुछ दिनों में इस पर नजर रखनी होगी।”
क्वाड और भारत-अमेरिका संबंध
लेविट के बयान ने भारत को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में रेखांकित किया, खासकर चीन के बढ़ते प्रभाव के संदर्भ में। क्वाड (ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका) एक रणनीतिक गठबंधन है, जो खुले, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसकी शुरुआत 2004 के हिंद महासागर सुनामी के बाद संयुक्त मानवीय सहायता से हुई थी।
18 जून को विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने बताया कि G7 समिट के दौरान PM मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को क्वाड समिट के लिए भारत आने का न्योता दिया, जिसे ट्रंप ने स्वीकार कर लिया। मिश्री ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह भारत आने के लिए उत्साहित हैं।”