बिहार

पटना SSP ने PFI की तुलना RSS से की, भाजपा ने बयान वापस लेने की मांग की

पटना: बिहार पुलिस ने चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI ) के साथ संबंधों के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

इसकी जानकारी देते हुए पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) मानवजीत सिंह ढिल्लों (Manavjit Singh Dhillon) के पीएफआई की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से तुलना की, जिसपर प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उनसे अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने की मांग की।

पत्रकारों से बृहस्पतिवार को बातचीत के दौरान मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों द्वारा युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में कहा कि ‘‘ जैसे आरएसएस अपनी शाखा आयोजित करता है और लाठी का प्रशिक्षण देता है, उसी प्रकार से ये लोग युवाओं को बुलाकर उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण देते थे और उनका कथित ‘ब्रेनवाश’ कर उनके माध्यम अपना एजेंडा लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना एसएसपी (SSP) की उक्त टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्ष भारत (Secular India) को इस्लामी देश बनाने की साजिश में लिप्त पीएफआई के संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इस प्रतिबंधित संगठन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) जैसे देशभक्त संगठन की तुलना करना नितांत निंदनीय और अज्ञानतापूर्ण है।

उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि पटना के एसएसपी को ऐसा बयान तुरंत वापस लेना चाहिए और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Rajya Sabha member Sushil Modi) ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऐसा संगठन है, जो देशप्रेम, उच्च आदर्श और सर्वधर्म समभाव का प्रवर्तन करने में लगभग एक सदी से निष्ठापूर्वक लगा है।

उन्होंने कहा कि जिस संगठन ने अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह जैसे अनेक यशस्वी नेतृत्व देश को दिये, उसकी तुलना आतंकवाद और कट्टरता को बढ़ावा देने वालों से बिल्कुल नहीं की जा सकती।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पटना के एसएसपी का यह कहना कि RSS की गतिविधि और पीएफआई का प्रशिक्षण एक तरह का है, बहुत ही गैरजिम्मेदाराना, दुर्भाग्यपूर्ण और भर्त्सना योग्य है।

उन्होंने कहा कि ‘‘मैं इसकी पूरी भर्त्सना करता हूं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक प्रामाणिक राष्ट्रवादी संगठन है। देश के विकास, संस्कृति, संस्कार को लेकर और आतंकवाद के खिलाफ उसके स्वयंसेवक हमेशा खडे रहते हैं।

हमें गर्व है उनके काम पर। उसकी तुलना पीएफआई जैसे राष्ट्र विरोधी संगठन से करना, इससे बडी कोई गैर जिम्मेदाराना बात हो नहीं सकती।’’

पटना साहिब के सांसद प्रसाद (Patna Sahib MP Prasad) ने कहा कि उन्हें आश्वासन मिला है कि बिहार सरकार का पुलिस महकमा इसपर उचित कार्यवाही करेगा।

एसएसपी ने खो दिया है अपना मानसिक संतुलन

भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Haribhushan Thakur Bachaul) ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि एसएसपी ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। आप आरएसएस जैसे राष्ट्रवादी संगठन की तुलना पीएफआई से कैसे कर सकते हैं।’’

पटना पुलिस ने बुधवार को फुलवारीशरीफ थाना अंतर्गत नया टोला मुहल्ला में छापेमारी कर PFI से जुडे झारखंड के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन (Police Officer Mohammad Jalaluddin) जिनके मकान में युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर उनका कथित ब्रेनवाश किया जाता था के साथ प्रतिबंधित संगठन सिम्मी के पूर्व कार्यकर्ता रहे अतहर परवेज को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद एक स्थानीय निवासी और उनके लिए प्रशिक्षण आयोजित करने वाले अरमान मलिक को गिरफ्तार किया गया था।

ढिल्लों ने बताया कि फुलवारीशरीफ मामले में कुल 26 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें अधिकांश लोग बिहार के हैं और कुछ लोग बिहार के बाहर कर्नाटक के रहने वाले हैं। अभी जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि PFI से जुडे ये लोग मस्जिद और मदरसों में युवाओं को जुटाने और कट्टरता को लेकर लगातार सक्रिय थे।

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