पंचतत्व में विलीन हुए झारखंड हाई कोर्ट के दिवंगत जस्टिस कैलाश प्रसाद देव

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Jharkhand High Court Justice Kailash Prasad Dev passes away
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रांची: झारखंड हाई कोर्ट के दिवंगत जस्टिस कैलाश प्रसाद देव (Justice Kailash Prasad Dev) का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गया।

राजधानी रांची के हरमू स्थित मुक्तिधाम (Harmu Muktidham) में उन्हें अंतिम सलामी के बाद विदाई दी गई।.

मौके पर झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा, महाधिवक्ता राजीव रंजन, रांची SSP, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर (Rajesh Thakur) समेत कई न्यायमूर्ति और वकील मौजूद थे।

इससे पहले देव के पार्थिव शरीर को हाई कोर्ट ले जाया गया था, जहां उन्हें सलामी दी गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने भी हाई कोर्ट पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

अफसरों ने भी की कैलाश प्रसाद देव को श्रद्धांजलि अर्पित

इनके अलावा मुख्य सचिव सुखदेव भगत, स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार, झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा, महाधिवक्ता राजीव रंजन, हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति और वकील समेत कई IAS और IPS अफसरों ने भी कैलाश प्रसाद देव को श्रद्धांजलि अर्पित की।

झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस कैलाश प्रसाद देव का रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह 5:20 आकस्मिक निधन हो गया।

वे पिछले कई दिनों से उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर के बाद झारखंड हाई कोर्ट के अन्य न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं में शोक व्याप्त है।

झारखंड हाई कोर्ट में पहली बार हिंदी में की सुनवाई

देव के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर श्रद्धांजलि के लिए रखा गया था, जहां से दोपहर बाद तीन बजे झारखंड हाई कोर्ट परिसर में लाया गया। इसके बाद मुक्तिधाम के लिए अंतिम यात्रा प्रस्थान किया गया, जहां 4:15 मिनट में उन्हें अंतिम विदाई दी गई।

कैलाश प्रसाद देव ने अधिवक्ता के रूप में लंबे समय तक काम किया। वे सरकार के विभिन्न विभागों और CBI के अधिवक्ता रह चुके है।

उन्हें कई उल्लेखनीय फैसलों के लिए भी जाना जाता रहा है। उन्होंने झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) में पहली बार एक केस की सुनवाई हिंदी में की थी और फैसला भी हिंदी में सुनाया था। साल 2018 में उन्होंने न्यायाधीश के तौर पर योगदान दिया।