Dhanbad News: झारखंड एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने शनिवार को धनबाद के वासेपुर, बैंक मोड़, और भूली इलाकों में छापेमारी कर चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। इनमें गुलफाम हसन (21), अयान जावेद (21), शहजाद आलम (20), और शबनम परवीन (20) शामिल हैं।
ATS ने बताया कि ये लोग प्रतिबंधित आतंकी संगठनों हिज्ब-उत-तहरीर (HuT), अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS), और ISIS से जुड़े थे। वे अवैध हथियारों की तस्करी, युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने, और देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ी सतर्कता के बीच की गई।
ATS ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की, जिसमें दो पिस्टल, 12 कारतूस, मोबाइल फोन, लैपटॉप, और भारी मात्रा में प्रतिबंधित संगठनों का साहित्य बरामद हुआ। ATS के अनुसार, संदिग्ध सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से झारखंड के युवाओं को गुमराह कर धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा दे रहे थे।
वे आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए फंडिंग और हथियारों की व्यवस्था में भी शामिल थे। रांची में UAPA और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ये हुए गिरफ्तार
गुलफाम हसन (21) : बैंक मोड़ थाना क्षेत्र, अलीनगर, धनबाद।
अयान जावेद (21): भूली थाना क्षेत्र, अमन सोसाइटी, धनबाद।
शहजाद आलम (20): अमन सोसाइटी, गेट नंबर 4, भूली, धनबाद।
शबनम परवीन (20): शमशेर नगर, गली नंबर 3, बैंक मोड़, धनबाद।

क्या इनका पहलगाम हमले से कोई संबंध?
झारखंड पुलिस के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर को 10 अक्टूबर 2024 को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत प्रतिबंधित किया गया था। यह संगठन वैश्विक इस्लामिक खिलाफत स्थापित करने के लिए कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देता है। प्रतिबंध के बाद देश में यह पहला मामला है, जिसमें HuT से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ATS यह भी जांच कर रही है कि क्या इनका पहलगाम हमले से कोई संबंध है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने 26 पर्यटकों की हत्या की थी।
मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच
ATS संदिग्धों के मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच कर रही है ताकि उनके नेटवर्क और फंडिंग स्रोतों का पता लगाया जा सके। साथ ही, यह जांच की जा रही है कि क्या ये लोग बांग्लादेशी घुसपैठियों या अन्य विदेशी आतंकी संगठनों से जुड़े थे।
BJP प्रदेश अध्यक्ष बabulal Marandi ने X पर दावा किया कि पूर्वी सिंहभूम के चकुलिया में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिसे उन्होंने आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताया। यह दावा धनबाद की गिरफ्तारी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।