Raja Raghuvanshi murder case: इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी (29) और सोनम रघुवंशी (25) के मेघालय हनीमून के दौरान हुए हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। मेघालय पुलिस ने स्कूटी रेंटल के GPS डेटा के आधार पर अहम सबूत जुटाए हैं, जिससे हत्या की साजिश की परतें खुल रही हैं।
सोनम और उनके कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) सहित पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की तहकीकात कर रहा है।
स्कूटी के GPS ने दिया अहम सुराग
पुलिस के मुताबिक, सोनम और राजा ने 22 मई को शिलांग में अनिल नाम के एक स्कूटी रेंटल मालिक से स्कूटी किराए पर ली थी। सोनम ने स्कूटी मालिक को 25 मई तक स्कूटी वापस करने का वादा किया था। स्कूटी में लगा जीपीएस सिस्टम जांच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
जीपीएस डेटा से पता चला कि स्कूटी करीब 100-150 किलोमीटर चली और चेरापूंजी, डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज जैसे स्थानों पर गई। हत्या के बाद सोनम ने स्कूटी को घटनास्थल से 6 किलोमीटर दूर मावकडोक के पास लावारिस छोड़ दिया था।
जीपीएस लोकेशन ने पुलिस को उस स्थान तक पहुंचाया, जहां सोनम और तीन अन्य आरोपी हत्या की साजिश रचने के लिए मिले थे। स्कूटी के रूट मैप ने सोनम के मूवमेंट का पूरा खाका खींच दिया, जो पुलिस के लिए डिजिटल सबूत का अहम हिस्सा बन गया।
स्कूटी मालिक की शिकायत ने खोली पोल
स्कूटी मालिक अनिल ने बताया कि जब सोनम और राजा समय पर स्कूटी वापस नहीं लाए, तो उन्होंने खलारी थाने में शिकायत दर्ज की। जीपीएस डेटा के जरिए पुलिस को स्कूटी की लोकेशन मिली, जो सोहरारिम के पास एक कैफे के बाहर लावारिस पाई गई।
जीपीएस ने यह भी पुष्टि की कि स्कूटी घटनास्थल के पास वेई सावडोंग वॉटरफॉल के आसपास थी, जहां राजा का शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला।
स्कूटी मालिक की शिकायत और जीपीएस डेटा ने जांच को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सोनम और राज कुशवाह पर साजिश का आरोप
पुलिस का दावा है कि सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची।
राज कुशवाह, जो सोनम के परिवार के प्लाईवुड कारोबार में कर्मचारी था, ने तीन भाड़े के हत्यारों-आकाश राजपूत (19), विशाल सिंह चौहान (22), और आनंद कुर्मी (23)-को 20 लाख रुपये में हत्या के लिए तैयार किया।
हत्या के दौरान सोनम ने राजा के बटुए से 15,000 रुपये निकालकर हत्यारों को दिए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राजा के सिर पर धारदार हथियार (खुकरी) से दो गहरे घाव थे, जिससे उनकी मौत हुई। हत्या के बाद राजा का शव खाई में फेंक दिया गया।
सोनम का आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी
23 मई को राजा और सोनम के लापता होने की खबर के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। 2 जून को वेई सावडोंग वॉटरफॉल के पास राजा का शव मिला, जिसकी पहचान उनके हाथ पर “राजा” टैटू से हुई।
सोनम 8 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिली, जहां उन्होंने नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण किया। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने दावा किया कि उनकी ड्रग्स देकर किडनैपिंग की गई थी, लेकिन पुलिस इसे साजिश का हिस्सा मान रही है। अन्य चारों आरोपी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए।
सभी को शिलांग लाया गया है और शिलांग कोर्ट ने 11 जून को पांचों को 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सबूतों का जखीरा और क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन
पुलिस ने कई अहम सबूत जुटाए हैं, जिनमें खून से सना खुकरी, सोनम का रेनकोट, आकाश की खून से सनी शर्ट, टूटी मोबाइल स्क्रीन, स्मार्टवॉच और 42 जगहों से सीसीटीवी फुटेज शामिल हैं।
सोनम के मंगलसूत्र और अंगूठी, जो होमस्टे पर छूट गए थे, ने भी उनकी संलिप्तता की ओर इशारा किया।
पुलिस अब सोनम और अन्य आरोपियों को लेकर सोहरा में क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन की तैयारी कर रही है।
SIT ने हत्याकांड के सिलसिले में और सबूत जुटाए हैं, जैसे कि 4 जून को घटनास्थल पर मिली एक महिला की सफेद शर्ट, दवाइयों की स्ट्रिप, टूटी मोबाइल स्क्रीन और स्मार्टवॉच।