Iran-Israel War: इजरायल और ईरान के बीच 12 दिन (13-24 जून ) तक चले हालिया युद्ध में इजरायल को उम्मीद थी कि वह ईरान पर हमला करने के बाद आसानी से बच निकलेगा, लेकिन ईरान की बलिस्टिक मिसाइलों की बरसात ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सकते में डाल दिया। इसके बाद नेतन्याहू ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम से मदद मांगी।
अमेरिका ने अपने अत्याधुनिक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मिसाइल रक्षा प्रणाली की ताकत से ईरान की मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। इस दौरान अमेरिका ने इजरायल की सुरक्षा के लिए 12 दिनों में करीब 60-80 THAAD इंटरसेप्टर मिसाइलों का उपयोग किया, जिसकी लागत लगभग 800 मिलियन डॉलर (लगभग 6800 करोड़ रुपये) रही। आइए, जानते हैं कि THAAD सिस्टम क्या है और यह कैसे काम करता है।
अमेरिका का मिसाइल रक्षा का हीरा
टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) अमेरिका की अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जिसे लॉकहीड मार्टिन ने विकसित किया है। यह सिस्टम शॉर्ट, मीडियम और इंटरमीडिएट रेंज की बलिस्टिक मिसाइलों को उनके टर्मिनल फेज (अंतिम चरण) में, यानी धरती पर गिरने से पहले, हवा में नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
THAAD मिसाइलें विस्फोटक वारहेड की बजाय “हिट-टू-किल” तकनीक का उपयोग करती हैं, जिसमें इंटरसेप्टर मिसाइल सीधे टारगेट से टकराकर उसे नष्ट करती है। यह सिस्टम 150-200 किलोमीटर की रेंज और 150 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर मिसाइलों को रोक सकता है। इसका शक्तिशाली AN/TPY-2 रडार 870-3000 किलोमीटर की दूरी से आने वाली मिसाइलों को ट्रैक कर सकता है।
इजरायल-ईरान युद्ध में THAAD की भूमिका
13 अक्टूबर 2024 को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान के 1 अक्टूबर 2024 को इजरायल पर 180 से अधिक बलिस्टिक मिसाइलों के हमले के जवाब में THAAD सिस्टम को इजरायल में तैनात करने का आदेश दिया। इस तैनाती के साथ करीब 100 अमेरिकी सैनिक भी भेजे गए, क्योंकि इस जटिल सिस्टम को संचालित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की जरूरत होती है।
27 दिसंबर 2024 को THAAD ने यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई एक बलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्वक नष्ट किया। हालांकि, 4 और 9 मई 2025 को हूती विद्रोहियों की हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने में THAAD विफल रहा, और इजरायल के एरो सिस्टम ने इन मिसाइलों को नष्ट किया। जून 2025 में ईरान के हमलों के दौरान THAAD ने कई मिसाइलों को रोका, लेकिन इसने अमेरिका के इंटरसेप्टर भंडार का 15-20% हिस्सा खर्च कर दिया।
THAAD की तैनाती और महत्व
THAAD को अमेरिका ने इजरायल, दक्षिण कोरिया, गुआम और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में तैनात किया है। 2022 में यूएई में हूती विद्रोहियों की मिसाइल को नष्ट करके इसने अपनी पहली युद्धक सफलता दर्ज की थी। यह सिस्टम इजरायल के आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और एरो सिस्टम के साथ मिलकर मल्टी-लेयर रक्षा प्रदान करता है।
हालांकि, हाइपरसोनिक मिसाइलों और ड्रोन हमलों के खिलाफ इसकी सीमाएं भी उजागर हुई हैं। अमेरिका के पास केवल सात THAAD बैटरी हैं, जिनमें से एक इजरायल में तैनात है, और आठवीं बैटरी 2025 में शामिल होने वाली है।