बाबा आम्रेश्वर धाम में सजधज कर तैयार है धाम परिसर

Central Desk

खूंटी: कोरोना के कारण दो वर्षों तक सुना रहने के बाद इस बार छोटानागपुर के मिनी बाबा धाम के रूप में विख्यात बाबा आम्रेश्वर धाम (Baba Amreshwar Dham) में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ेगा।

गुरुवार से पवित्र सावन का महीना शुरू हो रहा है। एक महीने तक लगने वाले श्रावणी मेला और बाबा के भक्तों के स्वागत के लिए धाम परिसर पूरी तरह सजधज कर तैयार ह।

भक्तों की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन और बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध कमेटी ने भक्तों के स्वागत के लिए मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजा दिया है।

प्रशासनिक अधिकारियों (administrative officers) ने सुरक्षा के साथ-साथ बाबा नगरी आने-जाने वाले सभी सड़कों की मरम्मत कर चुस्त-दुरुस्त भी कर दिया है।

गुरुवार को तड़के जैसे ही धाम परिसर के मंदिरों के पट खुलेंगे, बाबा का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा और इसके साथ ही एक माह तक लगने वाला श्रावणी मेला भी शुरू हो जाएगा।

इसको लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। जिला पुलिस, जैप सहित अन्य सुरक्षाबलों और महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।

चिकित्सक, चिकित्साकर्मी, एंबुलेंस सहित लगभग सभी जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रबंध समिति और प्रशासन जुटे हुए हैं। क्षेत्र के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर धाम की ख्याति दूर-दूर तक फैली है।

मान्यता है कि यहां स्वयंभू शिवलिंग पर सच्चे मन से जलार्पण करने वाले भक्तों की मनोकामना बाबा अवश्य पूरी करते हैं। यही वजह है कि दूर-दूर से श्रद्धालु यहां जलार्पण के लिए आते हैं।

बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार (General Secretary Manoj Kumar) ने बताया कि श्रावणी मेला में आनेवाले दूरदराज के भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसे ध्यान में रखकर प्रबंध समिति द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई है।

बच्चों का पार्क इस बार आकर्षक का केंद्र है

 

बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के अध्यक्ष लाल ज्ञानेन्द्र नाथ शाहदेव और महामंत्री मनोज कुमार ने बताया कि इस बार बाबा आम्रेश्वर धाम कुछ अलग ही नजर आएगा।

मंदिरों का रंग रोगन कर आकर्षक ढंग से सजा दिया गया। साथ ही इस बार बाबा भोलेनाथ मंदिर के पीछे तालाब को तथा उसके अगल बगल में फव्वारे व झूले और विशेष लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है।

 

बनई नदी से मंदिर परिसर तक लाइटिंग

 

जिला प्रशासन (District Administration)  की ओर से गुरुवार से शुरू हो रहे श्रावणी मेले में बाबा आम्रेश्वर धाम के साथ -साथ बनई नदी के पास से कावरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर तक विशेष लाइटिंग व सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।

इसके लिए जगह -जगह गश्ती दल को लगाया गया है। बनई नदी के तट पर फूल-प्रसाद और मिट्टी के वर्तन बेचने वालों की दुकानें सज गई हैं। मेले में भी दुकानें लगनी शुरू हो गई हैं।

 

कई राज्यों के श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं अंगराबारी

बाबा आम्रेश्वर धाम राजधानी रांची से 45 किलोमीटर दूर रांची-सिमडेगा मुख्य मार्ग पर स्थित है। जिला मुख्यालय खूंटी से इसकी दूरी लगभग दस किमी है।

श्रावणी मेला (Shravani Mela) के दौरान रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला के अलावा, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों और झारखंड के विभिन्न जिलों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में बाबा भोलनाथ के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं।