झारखंड

TPC ने किसी भी आपराधिक गिरोह से साठगांठ न होने की दी सफाई, कहा…

रांची: Maoists के एक गुट के रूप में साल 2002 में बनी तृतीय प्रस्तुति कमेटी (TPC) ने किसी भी आपराधिक गिरोह (Criminal Gang) से सांठगांठ न होने का स्पष्टीकरण दिया है।

दक्षिणी सब जोनल ब्यूरो जितेंद्र ने प्रेस विज्ञप्ति (Press Release) जारी कर कहा कि लातेहार पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था।

TPC संगठन को अपराधियों से जोड़ा जा रहा था। संगठन का किसी आपराधिक गिरोह से कोई लेना-देना नहीं है।

टीपीसी के नाम पर और लोग दे रहे कारोबारियों को धमकी

विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया है कि इन दिनों TPC संगठन के नाम पर ठेकेदारों और कारोबारियों (Contractors and Traders) को धमकाया जा रहा है। ऐसे लोगों को संगठन ने चिन्हित किया है।

इनमें पोचरा के शमसाद अंसारी, जान्हो मतनाग के नन्दू शर्मा, कोकी के भीम पासवान और महुआडाड़ (Mahuadad) के मंजर खान शामिल हैं।

इनके द्वारा रात में कार्यस्थल पर जाकर TPC के नाम पर ठेकेदार को धमकी दी जाती है। मजदूरों के साथ मार-पीट भी की जाती है।

किसी आपराधिक गिरोह की जरूरत नहीं

विज्ञप्ति में बताया गया है कि संगठन (Organization) किसी अपराधी संगठन (Criminal Organization) को पैसा उगाही का जिम्मा नहीं देता है। विवेक जी के नाम पर पैसा मांगा जा रहा है।

विवेक जी अभी जेल में बंद हैं। नवीन और रविंद्र नाम से धमकी दी जाती है। इन सभी लोगों का संगठन से कोई लेना देना नहीं है। संगठन खुद मजबूत है। इसे किसी भी आपराधिक गिरोह की जरूरत नहीं है।

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