झारखंड : जीते जी परिजनों ने प्यार का किया विरोध, मरने के बाद शवों की कराई शादी
दोनों के आत्महत्या कर लेने के बाद उनके शवों का विवाह कराया गया।
घाटशिला: जिंदा रहते तो परिजनों ने प्रेमी जोड़े के प्यार का विरोध किया, लेकिन दोनों ने जब अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली तो दोनों के परिवारों को उनके नहीं होने का एहसास हुआ।
दोनों के आत्महत्या कर लेने के बाद उनके शवों का विवाह कराया गया। यह मामला झारखंड के घाटशिला के आदिवासी क्षेत्र के नरसिंहगढ़ पंचायत की है।
यहां के लक्ष्मण सोरेन और सलमा किस्कू लंबे समय से एक-दूसरे प्यार करते थे। लेकिन दोनों की आपस में रिश्तेदारी होने के चलते उनके परिवारों को उनका प्यास मंजूर नहीं था।
इसी बात से व्यथीत होकर दोनों एक दिन ट्रेन के आगे आकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। इसके बाद दोनों के परिवारों ने आदिवासी रीति-रिवाज से दोनों के शवों का विवाह करवाया। यह मामला काफी चर्चा में है।
विवाह कराने के बाद किया गया अंतिम संस्कार
सलमा के पिता मेघराय किस्कू ने लक्ष्मण के पिता माघा सोरेन और वहां के ग्राम प्रधानों से कहा कि उनकी बेटी को बहू के रूप में स्वीकारते हुए विवाह के बाद अंतिम संस्कार किया जाए।
इसके बाद माघा सोरेन ने दोनों शवों का आदिवासी परंपरा और विधि विधान से विवाह कराया।
फिर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक-मृतका के पिता व परिवार वालों ने भविष्य में इस घटना को लेकर किसी प्रकार का आरोप-प्रत्यारोप नहीं करने का भरोसा भी दिलाया।
परीक्षा देने का कहकर घर से निकली थी
कश्मीर में काम करने वाला लक्ष्मण घटना से 10 दिन पहले ही अपने गांव लौटा था। जबकि सलमा किस्कू नौवीं कक्षा में अभी अध्ययनरत थी।
गुरुवार को ही वह सुबह में परीक्षा देने की बात कहकर घर से निकली थी। लेकिन घर नहीं लौटी और रविवार को दोनों के शव रेलवे लाइन से बरामद किए गए।