झारखंड

लोहरदगा में शुरू किया गया COVID चेन ब्रेक अभियान, 14 पंचायतों में चलाया गया यह अभियान

लोहरदगा: लोहरदगा जिला में कोरोना संक्रमण की दर पर नियंत्रण व इससे बचाव को लेकर आज से कोविड COVID चेन ब्रेक अभियान की शुरूआत कुडू प्रखण्ड से हुई।

आज कुडू प्रखण्ड के सभी 14 पंचायतों में यह अभियान चलाया गया।

अभियान के तहत चिरी पंचायत में चल रहे अभियान का नेतृत्व स्वयं उपायुक्त द्वारा किया गया। इस दौरान उपायुक्त अपने सपरिवार चिरी पंचायत में मौजूद रहे।

अभियान की शुरूआत के मौके पर आज उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो द्वारा कुडू प्रखण्ड के चिरी पंचायत स्थित चिरी पंचायत भवन, चिरी बड़काटोली, चिरी मुस्लिम टोली और चिरी कड़ाक ग्राम में चल रहे अभियान का भौतिक निरीक्षण किया।

चिरी पंचायत भवन में अभियान के दौरान आमजनों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि कोविड का संक्रमण ज्यादा ना बढ़े, इसके लिए इस अभियान की शुरूआत की गई है।

कोविड को हराने के लिए निर्णय लिया गया कि गांव-गांव व मोहल्लों में इस संक्रमण के चेन को तोड़ा जाय। लोगों की जांच और टीकाकरण सुनिश्चित की जाय।

हाल ही में एक सर्वेक्षण कराया गया जिसमें पता चला है कि किस-किस क्षेत्र में कोविड संक्रमण के लक्षण ज्यादा है।

अगर कोविड जांच में संक्रमण शुरूआती चरणों में ही पता चल जाता है तो सही समय पर दवाएं लेने से जान बच सकती है।

उपायुक्त ने कहा जिन लोगों ने कोरोना प्रतिरोधक वैक्सीन लिया है वे सभी सुरक्षित हैं, उनकी मृत्यु नहीं हुई है। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।

जो भी तत्व वैक्सीन के बारे दुष्प्रचार या अफवाह फैला रहे हैं, वे समाज के दुश्मन हैं। वास्तविकता यह है कि टीका लेने वाले ही अभी ज्यादा सुरक्षित हैं।

सभी से अपील है कि वैक्सीन से मृत्यु जैसे अफवाहों में ना आयें। जो अफवाह फैलाते हैं, उन्हें भी आप बतायें कि यह टीका सुरक्षित है।

कोरोना का कोई भी लक्षण जैसे-सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि किसी व्यक्ति में दिखे तो जल्द से जल्द उसकी जांच करायें।

जांच में संक्रमण की पुष्टि होने पर सर्वप्रथम एक-दूसरे से दूरी बना कर रखें और दवाएं लेते रहें।

उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में अन्य राज्यों से बहुत से प्रवासी श्रमिक अपने घर को लौट रहे हैं।

सरकार द्वारा दिये गये गाईडलाइन के अनुसार वैसे लोग जो अन्य राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों से झारखण्ड लौट रहे हैं, उन्हें सात दिनों का क्वारंटाइन किये जाने का निर्देश है।

यह उन्हें कैद करने के लिए नहीं, बल्कि यह उनके और उनके परिवार के लिए सुरक्षा प्रदान किया जाना है। क्वारंटाइन सेंटर में मजदूरों के रहने व भोजन की व्यवस्था है।

सभी मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं। मजदूरों को प्रखण्ड में मनरेगा की योजनाओं से जोड़ा जायेगा जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा।

उन्होंने कहा कि आज से अभियान के तहत प्रत्येक गांव में पांच-पांच योजनाएं शुरू की जा रही हैं। जिन लोगों के पास राशन नहीं है उन्हें राशन दिया जा रहा है।

इसी प्रकार छात्रों को छात्रवृति, पोशाक व पाठ्य पुस्तकें दी जा चुकी हैं। आंगन बाड़ी केंद्रों में पोषाहार का वितरण हो चुका है।

कोरोना नहीं करता है जाति-धर्म में भेदभाव उपायुक्त ने मुस्लिम टोली में चल रहे अभियान का निरीक्षण करते हुए लोगों को संबोधित किया।

उपायुक्त ने कहा कि कोरोना जाति-धर्म में भेद नहीं करता है। जो कोरोना की चपेट में आयेंगे उन्हें काफी शारीरिक कष्ट होगा।

सभी कोई टीका अवश्य लें और अफवाहों से बचें। यह टीका सभी के हित के लिए है, जान बचाने के लिए दिया जा रहा है।

जो अब तक टीका नहीं लिये हैं वे तुरंत अपना रजिस्ट्रेशन कराते हुए अपना टीका लें। साथ ही जिन्होंने पहला डोज ले लिया है वे अपना दूसरा डोज भी दिये गये समय से प्राप्त कर लें।

यह वायरस आपके फेफड़े का नुकसान करता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।

साथ ही जिनमें कोरोना के लक्षण हैं वे अपनी जांच कराकर दवा भी प्राप्त करें। दवाएं बिल्कुल निःशुल्क दी जा रही हैं।

इसके अलावा घरों में गर्म पानी का सेवन, ताजा गर्म खाना, मास्क का उपयोग, साबुन से हाथ धोना जारी रखें।

चिरी पंचायत के कड़ाक ग्राम में लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि देश में कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर आ चुकी है।

इसके बाद तीसरे लहर की भी संभावना जतायी जा रही है जिससे बचने के लिए ही यह अभियान चलाया जा रहा है। यह ऐसी बीमारी है कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो रहा है।

कोविड चेन को तोड़ने के लिए कोविड जांच, जांचोपरांत पाॅजिटिव पाये जाने पर दवाइयां लेना अतिआवश्यक है। दवाईयां समय से लेने पर मृत्यु से बचा जा सकता है।

इसके कोविड प्रतिरोधक टीका आपकी जान बचाने के लिए ही है।

यह टीका शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोविड से लड़ने के लिए शरीर को तैयार कर देता है।

उपायुक्त ने कहा कि आप टीका लेंगे तो गांव ठीक होगा, पंचायत ठीक होगा, प्रखण्ड ठीक होगा। इसी प्रकार प्रखण्ड ठीक होने से जिला और पूरा राज्य ठीक होगा।

उपायुक्त की धर्मपत्नी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस वर्ष विगत माह अप्रैल 10 में ही मुझे सर्दी व बुखार के लक्षण दिखाई दिये थे।

समय रहते हुए अपनी जांच कराई जिसमें रिपोर्ट पाॅजिटिव आया। अभी जिन दवाओं का वितरण कोविड संक्रमित मरीज को दिया जा रहा है, वही मैंने भी लिया और पूरी तरह स्वस्थ हो गईं।

इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि 26 मार्च को मैंने कोविड प्रतिरोधक वैक्सीन लिया था।

यही वजह है कि कोविड पाॅजिटिव आने के बाद भी ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और वैक्सीन की वजह से जान बच सकी। इस मौके पर कई अधिकारी मौजूद थे।

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