झारखंड

झारखंड में दिनोंदिन तेज होता जा रहा है कुर्मी आंदोलन

रांची: झारखंड में कुर्मी जाति (Kurmi caste) को ST का दर्जा देने की मांग को लेकर इस जाति के लोग पिछले तीन दिनों से आंदोलन (Agitation) की राह पर हैं।

देखते ही देखते उनका आंदोलन और तेज होता जा रहा है। अपनी मांग की पूर्ति के लिए कुर्मी जाति (Kurmi caste) के लोग अब रेलवे की पटरियों (Railway Tracks) पर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन (Protesting) कर रहे हैं।

इस वजह से झारखंड से चलने वाली कई ट्रेनों (Trains) का परिचालन भी प्रभावित हुआ है। इस दौरान दर्जन भर ट्रेनें रद्द कर दी गईं, वहीं कुछ ट्रेनों का रूट भी बदला गया है।

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी बढ़ रही है आंदोलन की तपिश

झारखंड के साथ-साथ कुर्मी आंदोलन पश्चिम बंगाल (WB) और ओडिशा (Odisha) में भी अपने पांव पसार रहा है।

पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कुर्मी जाति के लोग भी खुद को ST सूची में शामिल करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अपनी भाषा (Language) को लेकर भी उनकी कुछ मांगें हैं, जिसको लेकर रेलवे का चक्का जाम किया जा रहा है।

आंदोलन के चलते कई ट्रेनों को किया गया है रद्द

कुर्मी समाज के आंदोलन के तीसरे दिन चक्का जाम के कारण कई ट्रेनें रद्द (Trains Canceled) कर दी गई हैं। इनमें टाटानगर-खड़गपुर स्पेशल, चक्रधरपुर-टाटानगर स्पेशल, टाटानगर-आसनसोल स्पेशल, रांची-हावड़ा इंटरसिटी,झारग्राम-धनबाद एक्सप्रेस, टाटानगर-धनबाद एक्सप्रेस, टाटानगर-दानापुर एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। भुवनेश्वर-आनंद विहार एक्सप्रेस अपना रूट बदलकर (Route Will Change) चलेगी।

ये हैं प्रमुख मांगें

कुर्मी समाज के लोग खुद को एससी-एसटी (SC-ST) समूह में शामिल करने के साथ-साथ कुरमाली भाषा (Kurmali Language) को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।

झारखंड के साथ-साथ यह आंदोलन पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी बढ़ता जा रहा है। कुर्मी समाज के लोग अब संयुक्त संगठन बनाकर आंदोलन (Agitating) कर रहे हैं ताकि अपनी मांग को मजबूती के साथ रखा जा सके व सरकार पर इसके लिए दबाव बनाया जा सके।

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