झारखंड

उत्तराखंड हादसे में लोहरदगा के नौ मजदूर लापता

रांची/लोहरदगा: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद हुई तबाही से लोहरदगा जिले के नौ लोग लापता है। लापता लोगों के परिजनों का बुरा हाल है।

बताया जाता है कि एनपीटीसी पॉवर प्रोजेक्ट में काम कर रहे किस्को प्रखण्ड के बेठहठ पंचायत के महुरांग टोली, डॉड़ी टोली और चोरटांगी के नौ लोगों लापता हैं।

ग्लेशियर टूटने के बाद प्रोजेक्ट में काम कर रहे लोगों का फोन स्विच ऑफ आने के बाद परिवार वालों की ओर से प्रशासन से अपने लोगों का खोजबीन कर परिवार को सौंपने की गुहार लगा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार बेठहठ गांव के ज्योतिष बाखला, मंजनू बाखला, उर्बनुष बाखला, सुनील बाखला, नेमहस बाखला, रवींद्र उरांव, दीपक कुजूर,विक्की भगत और प्रेम उरांव 23 जनवरी को पॉवर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए उत्तराखंड गए थे। इनलोगो को विक्की भगत द्वारा काम करने के लिए ले जाया गया था।

विक्की भगत पूर्व में ही कुछ दिनों काम करने के बाद अच्छी कमाई की बात कहते हुए आठ लोगों को 23 जनवरी को उत्तराखंड ले गया था।

परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोग दूसरे राज्यों में पलायन किये थे, जो तबाही के बाद से लापता हैं।

परिवारवालों को मीडिया के माध्यम से ग्लेशियर टूटने की बात की जानकारी हुई। इसके बाद परिवार वालों द्वारा काम करने गए अपने परिवार के पास फोन पर संपर्क साधने की प्रयास की जा रही है।

लेकिन फोन नहीं लगने से परिवार के लोग सदमे में है। वहीं लोग अपने से बिछड़ने की दुख में कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं।

प्रशासन की ओर से लोगों को काम नहीं दिए जाने और कम मजदूरी दर पर काम देने का आरोप परिवार की ओर से लगाया जा रहा है।

परिवार के स्वस्थ सदस्यों का कहना है कि लोगों को गांव में काम नहीं मिलने के कारण बाहर पलायन करना पड़ता है।

लापता लोगों के परिजनों का कहना है कि रविवार की सुबह नौ से दस बजे तक उत्तराखंड में काम करने गये अपने लोगों से उनकी बात हुई थी।

इसके बाद न्यूज़ चैनल के माध्यम से खबर मिलने के बाद फोन लगाने पर लोगों को मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है।

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