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दिल्ली-एनसीआर में मैडम तुसाद के लिए जगह की तलाश, कनॉट प्लेस में हुआ बंद

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नई दिल्ली: दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित मोम के पुतलों का म्यूजियम मैडम तुसाद बंद हो गया है। दिल्ली एनसीआर में ही इसे फिर से खोलने की कवायद शुरू होने वाली है।

वैश्विक महामारी कोरोना के चलते मार्च महीने में ही इसे बंद कर दिया गया था।

मैडम तुसाद का संचालन मर्लिन एंटरटेनमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी करती है।

दिल्ली एनसीआर में ही मैडम तुसाद को फिर से खोलने के लिए दूसरी जगह ढूंढी जा रही हैं।

ये फैसला कंपनी ने वैश्विक महामारी के दौरान लिया।

कंपनी ने तय किया है कि मैडम तुसाद के लिए ज्यादा साफ सफाई वाली ऐसी जगह खोजी जा रही है जहां भविष्य में आपदा के मद्देनजर लोग बेफिक्र होकर देखने आ सके।

मर्लिन एंटरटेनमेंट्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अंशुल जैन ने आईएएनएस को बताया, हम मैडम तुसाद के लिए दिल्ली एनसीआर में ही दूसरी जगह ढूंढ रहे हैं।

क्या दिल्ली एनसीआर के अलावा कोई और अच्छी जगह मिलती है तो आप उधर जाएंगे?

इस सवाल के जवाब में अंशुल ने कहा, हां! लेकिन भारत के अंदर ही।

कंपनी इस बात का भी ध्यान रख रही है कि भविष्य में कोरोना के कारण कैसा माहौल रहेगा?

लोग कहां जाना पसंद करेंगे? इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए जगह ढूंढी जाएगी।

दरअसल, मैडम तुसाद में 50 प्रसिद्ध हस्तियों के मोम के पुतले मौजूद है, जिन्हें लोग दूर दूर से देखने आते थे।

इसमें बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन, शाहरूख खान, हॉलीवुड गायक माइकल जैक्सन, लेडी गागा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, पूर्व कप्तान कपिल देव आदि हस्तियों के पुतले मौजूद हैं।

इससे जुड़े लोगों ने ये साफ कर दिया है कि मैडम तुसाद को आर्थिक तंगी के कारण बंद नहीं किया गया है।

दरअसल मार्च महीने के बाद से मैडम तुसाद बंद रहा।

जिसके बाद कंपनी ने फैसला लिया कि कनॉट प्लेस को छोड़ कर इससे बेहतर जगह ढूंढी जाएगी।

जानकारी के अनुसार, कनॉट प्लेस छोड़ने की वजह साफ सफाई के अलावा ज्यादा संख्या में स्ट्रीट हॉकर्स की मौजूदगी भी बतायी जा रही है।

दरअसल कनॉट प्लेस मार्केट में सड़क किनारे अवैध रूप से सामान बेचने वाले बैठे रहते हैं जिसके कारण वहां के दुकानदार भी परेशान हैं।

अंशुल जैन ने आगे आईएएनएस को बताया, मैडम तुसाद मार्च 2020 से बंद कर दिया गया, मैडम तुसाद का ब्रांड भारत मे काफी लोकप्रिय है और दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं।

फिलहाल दिल्ली के कनॉट प्लेस में इसे स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा।

मोम के पुतले दिल्ली के ही एक स्थान में मौजूद हैं जहां हमारी एक टीम उनका रख रखाव कर रही है।

फिलहाल मोम के पुतलों को कनॉट प्लेस से हटा लिया गया है। वहीं दिल्ली में ही किसी अन्य स्थान पर रखा गया है।

जानकारी के अनुसार, मैडम तुसाद में मौजूद पुतलों का बहुत बारीकी से ध्यान रखा जा रहा है। वहीं इन पुतलों के लिए एक निश्चित तापमान की जरूरत होती है ताकि पुतले पिघले नहीं।

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