क्राइमबिहार

बेगूसराय में शिक्षा विभाग का घूसखोर क्लर्क रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार

बेगूसराय: निगरानी की टीम ने शुक्रवार को Begusarai में बड़ी कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग (Education Department) के एक भ्रष्टाचारी लिपिक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

काम के एवज में रिश्वत मांगे जाने से पीड़ित की शिकायत (Complaint) पर सत्यापन के बाद पहुंची निगरानी विभाग की टीम ने जिला शिक्षा कार्यालय में शुक्रवार को छापेमारी कर दिया।

जिसमें कि योजना एवं लेखा शाखा में कार्यरत लिपिक किशोर कुमार मिश्र को दस हजार लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

रिश्वत नहीं देने पर उनका वेतन रोक देना

निगरानी विभाग के DSP शिव कुमार साह ने बताया कि मध्य विद्यालय हेमनपुर (बखरी) के नियोजित Teacher दिनेश कुमार का वेतन भुगतान कराने के लिए किशोर कुमार मिश्र द्वारा रिश्वत मांगी गई थी।

रिश्वत नहीं देने पर उनका वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा था। इससे परेशान होकर दिनेश कुमार ने निगरानी विभाग Patna में आवेदन देकर इसकी शिकायत किया।

आवेदन का सत्यापन के बाद शुक्रवार को निगरानी की Team District Education Officer (DEO) कार्यालय पहुंची तथा यहां रिश्वत लेते हुए किशोर कुमार मिश्र को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग उसे लेकर पटना रवाना हो गई है। टीम में निगरानी विभाग के DSP अरुण देव पांडेय एवं सुनील सागर सहित Inspector और पुलिस जवान पुलिस टीम मौजूद थी।

विभाग की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग सहित जिला मुख्यालय के अन्य सरकारी कर्मियों में भी हड़कंप मच गया है।

शिक्षा विभाग कर्मचारियों के फर्जी हस्ताक्षर से Bank में खाता खुला

विभागीय सूत्रों के अनुसार योजना एवं लेखा शाखा द्वारा ही पिछले महीने कर 58 लाख का चेक क्लियर (Check Clear) करवाने का प्रयास किया गया था।

लेकिन समय रहते पता चल जाने के कारण चेक क्लीयरेंस नहीं हो सका। लेकिन उसी दिन से काफी चर्चा थी, शिक्षा विभाग के सूत्र का कहना है कि Office इतनी बड़ी रकम का चेक किशोर कुमार मिश्र के द्वारा ही निकाल कर गिरोह के मदद से क्लीयरेंस करवाने का प्रयास किया गया था।

शिक्षा विभाग (Education Department) से जुड़े लोगों की मानें तो किशोर कुमार मिश्र कोई भी काम बगैर रिश्वत के नहीं करता था।

इसके रिश्वत का दर पांच सौ से लेकर लाख तक Fix था। जिसके कारण लोग काफी परेशान रहते थे, वह ना सिर्फ रिश्वत लेता था बल्कि लोगों को जलील भी करता था।

जिला शिक्षा कार्यालय में वर्षों से कार्यरत रहने से पहले यह Teacher नियोजन की निगरानी के लिए बने प्राधिकार में तैनात था।

इस तैनाती के दौरान किशोरी मिश्रा ने आई से कई गुना अधिक संपत्ति अपने परिजन एवं रिश्तेदारों के नाम से अर्जित कर लिया। अब निगरानी विभाग की हुई इस कार्रवाई से लोगों में खुशी है।

Back to top button
Close

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker