JPSC Exam Scam: सेंट्रल ब्यूरो का इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने 12 वर्षों की जांच के बाद JPSC द्वितीय सिविल सर्विस परीक्षा घोटाला (Civil Service Exam Scam) संबंधी जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ दाखिल कर दी है।
आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद (Dilip Prasad) समेत 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। इसमें कई अभ्यर्थियों के नाम भी शामिल हैं।
7 जुलाई 2012 को दर्ज हुई थी प्राथमिकी
चार्जशीट में कहा गया है कि द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं। तत्कालीन JPSC के सदस्य और को-ऑर्डिनेटर के कहने पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ा दिए गए थे।
अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर भी बढ़ाए गए। कॉपियों की जांच गुजरात स्थित फॉरेंसिक लैंब (Forensic Lab) में कराई गई है। बता दें कि द्वितीय JPSC नियुक्ति घोटाले को लेकर CBI ने 7 जुलाई 2012 को प्राथमिकी दर्ज की थी। उस समय घोटाले से जुड़े 32 लोगों के खिलाफ जांच एजेंसी ने प्राथमिकी दर्ज की थी।
इनके खिलाफ प्राथमिकी
JPSC के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद, सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद सिंह नागेश, एलिस उषा रानी सिंह, अरविंद कुमार, एसए खन्ना, बटेश्वर पंडित, को-ऑर्डिनेटर परमानंद सिंह, अल्बर्ट टोप्पो, एस अहमद, नंदलाल, सोहन राम, प्रशांत कुमार लायक, राधा प्रेम किशोर, बिनोद राम, हरि शंकर बराईक, हरि शंगर सिंह मुंडा, रवि कुमार कुजुर, मुकेश कुमार महतो, कुंदन कुमार सिंह, मौसमी नागेश, कानु राम नाग, लाल मोहन नाथ शाहदेव, प्रकाश कुमार, कुमारी गीतांजलि, संगीता कुमारी, रजनिश कुमार, शिवेंद्र, संतोष कुमार चौधरी, कुमार शैलेंद्र एवं हरि उरांव के के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी।।