Maiyaan Samaan yojna : इस बार के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) परिणाम ने बता दिया है कि Hemant Soren की ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ (Maiyaan Samaan yojna) ने महिला मतदाताओं पर गहरा प्रभाव डाला।
इस योजना ने चुनावी जीत की दृष्टि से वाकई मास्टर स्ट्रोक का काम किया। 28 नवंबर को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद कैबिनेट की बैठक कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिसंबर महीने से इस योजना के तहत प्रत्येक महिला के खाते में ₹2500 हर माह भेजने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी।
4 महीने तक ₹1000 की राशि हर माह मिली। अब इसमें ₹1500 का इजाफा होकर ₹2500 प्रतिमाह मिलना है। मतलब साफ है कि झारखंड की ‘मंईयां’ के लिए CM हेमंत कुछ भी करेंगे, क्योंकि इसने चुनाव जो जितवाया है।
लेकिन, इसके साथ ही यह सवाल भी उभर कर सामने आया है कि इस योजना पर खर्च होने वाली हजारों करोड़ की राशि का इंतजाम कैसे होगा।
राजकोष पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को कैसे मैनेज किया जाएगा।
सालाना 10,620 हजार करोड़ के इंतजाम का सवाल
गौरतलब है कि अगस्त में शुरू हुई इस योजना का लाभ राज्य की 50 लाख महिलाओं को मिला। अब इसके तहत 59 लाख महिलाएं रजिस्टर्ड हैं।
इस योजना के तहत 217,700 करोड़ के वार्षिक व्यय का आकलन है। राजकोष पर हर माह ₹885 करोड़ (प्रतिवर्ष ₹10,620 करोड़) का अतिरिक्त वित्तीय बोझ।
लाभार्थियों को चालू वित्तीय वर्ष में दी जानेवाली राशि में ₹1500 की वृद्धि पर ₹5900 करोड़ अतिरिक्त व्यय होगा।
इस प्रकार करना है अप्लाई
योजना में आवदेन करने वाली महिलाओं का परिवार अंत्योदय श्रेणी में शामिल होना चाहिए। तभी उन्हें लाभ मिल पाएगा। योजना में आवेदन करने के लिए महिलाएं अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर योजना के लिए फार्म हासिल कर सकती हैं।
फॉर्म लेने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगेगा। आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे संबधित दस्तावेजों को साथ अटैच करके फॉर्म आंगनबाड़ी में जमा कर देना होगा।
50 साल उम्र होते ही सर्वजन पेंशन
याद कीजिए, हेमंत सोरेन इस योजना की सफलता को लेकर 3 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा किया था।
उन्होंने लिखा था कि योजना को शुरू हुए 30 दिन हो गए हैं। इस दौरान अब तक 45 लाख बहनों के खातों में एक-एक हजार रुपए ट्रांसफर किए जा चुके हैं।
जिन बहनों के आवेदन में कुछ त्रुटियां हैं,उसे सरकार आपके द्वार कैंप में दुरुस्त कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी लिखा था कि योजना से जुड़ जाने के बाद 50 साल की उम्र तक सहायता राशि मिलती रहेगी।
50 साल की उम्र पूरी होते ही महिलाएं सर्वजन पेंशन योजना की लाभुक बन जाएंगी।