International yoga day: झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, 21 जून को योग को भारत की ओर से विश्व को दिया गया “अनुपम उपहार” बताया।
राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के सामंजस्य का विज्ञान है। यह जीवन को संतुलित करने की कला है, जो स्वस्थ शरीर, शांत मन और ऊर्जावान जीवन प्रदान करता है।
PM मोदी की सराहना
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में योग को वैश्विक पहचान मिली। 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मान्यता देना भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि PM मोदी की पहल ने योग को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया, जिससे करोड़ों लोग इसे अपने जीवन का हिस्सा बना रहे हैं।
बच्चों और युवाओं के लिए योग का महत्व
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की सक्रिय भागीदारी को देखकर राज्यपाल ने कहा कि योग बच्चों और युवाओं के लिए न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि एकाग्रता, आत्मबल और अनुशासन का भी स्रोत है।
उन्होंने बच्चों से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने और दूसरों को भी प्रेरित करने का आह्वान किया।